Tuesday, August 08, 2006

इंटरनेट पर छ.ग. का पहला गीत संग्रह

( अंतरजाल पर ब्लॉग प्रौद्योगिकी में हिंदी गीतों की पहली ऑनलाइन कृति)

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* परिचय

//अनुक्रमणिका//

1 कबीरा
2 बिखरे हुए घर-बार
3 ज्ञान का पहिया
4 सियासत
5 सूरज है ढलने को
6 वीर लोग
7 तब की बातें
8 गाँव
9 ज़िंदगी
10 वह मेरा भगवान नहीं था
11 अब क्या होना पाठक जी
12 हम बैठे खामोश
13 फागुन आया री
14 अपना ही संसार
15 कैसे गाऊँ
16 मूर्तियाँ
17 रस्ता कट जाएगा
18 बेवफ़ा समंदर है
19 पंखों का विस्तार
20 आग लगाता है
21 मंजर देख ज़रा
22 बीती बात
23 घरौंदे की तरह
24 बादलों ने
25 स्वारथ
26 पैग़ाम लिखा
27 अकेला हो गया
28 परिचय
29 हाल बुरे हैं
30
मैं तपस्वी
31 तुम न होते
32 माया
33 पहली किरण
34 गहरे पानी में
35 मर्यादा
36 मधुपान करा दो
37
सपने सजाऊँ
38 उसने देखा
39 हम प्रणय-गीत कैसे गाएँ
40 पार्थ के सम्मुख
41 गजरा टूटा
42 वही पखेरु
43 सपना देख
44
थकी दुपहरी सांझ ढली रे
45 मेरे कवि
46 मौन हूँ मैं
47 चाँदनी
48 सुन ले मेरे
49 बातें कर तलवार की
50 हर जगह
51 देश में
52 गीत गाना चाहता हूँ
53 पाषाण हूँ अब
54 जीवन तो चलता रहता है
55 फूल पर अंगार देखा
56 पुण्य क्या है पाप क्या है
57 अंतिम पहर
58 लोकतंत्र

प्राप्ति स्थल
वैभव प्रकाशन
280, उद्भव, सेक्टर-4
पं. दीनदयाल उपाध्याय नगर
डगनिया, रायपुर, छत्तीसगढ़
मो.-94253-58748
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मूल्य
100 रुपए
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मुख्य वितरक
राजसूर्य प्रकाशन
2/41-A, डी ब्लॉक, गामडी एक्सटेंशन
भजनपुरा, दिल्ली, 110053
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वेब-प्रकाशन
जयप्रकाश